हम निर्वासित कश्मीरी पंडित प्रतिज्ञा करते है कि हम कश्मीर घाटी में अलग होमलैन्ड की स्थापना के लिए पनुन कश्मीर के संघर्ष की अलख को अपनी आस्था और निष्ठा के साथ जगाये रखेंगे।
हम प्रतिज्ञा करते है कि पनुन कश्मीर कर ऐतिहासिक मार्गदर्शन प्रस्ताव को अपने संघर्ष का मूल-मंत्र मानते हुए अपने लक्ष्य को पाने के लिए कोई भी बलिदान सहर्ष देंगे।
हमारा विश्वास है कि कश्मीरी पंडितों के लिए अलग होमलैन्ड ही एक अंतिम और स्थायी समाधान है। हम प्रतिज्ञा करते है कि हम इस विकल्प के साथ किसी भी बाहरी या भीतरी शत्रु के मनसूबो को सफल नहीं होने देंगे।
हम प्रतिज्ञा करते है कि हम कश्मीर की शारदा-संस्कृति भाषा और इतिहास के साथ किये जा रहे खिलवाड़ का प्रतिकार करते रहेंगे, उसे बचाये और बनाए रखेंगे।
हम प्रतिज्ञा करते है कि हम भारत विरोधी अलगाववादियो तथा जेहादी आतंकवादियो को सफल नहीं होने देंगे।
।। जय पनुन कश्मीर ।।